२८ जुलाईको मुझे एक कार्यालयीन यात्रापर श्रीनगर जाना था | २७ जुलाईके रात्रि मुझे सूखी खांसी हो रही थी और खांसते समय मेरे पीठकी कोई नस खींच गई और इस कारण मुझे इतनी वेदना हो रही थी कि मैं खडा भी नहीं हो पा रहा था | सम्पूर्ण रात्रि मैं भिन्न औषधि लेता […]
श्रीमती कुलकर्णीकी अनुभूति मैं प्रत्येक वर्ष समान इस बार भी गर्मीकी छुट्टियोंमें अपने ससुराल गयी थी | पहले मुझे ससुराल जानेका मन नहीं करता था क्योंकि मेरी सासु मांसे मेरी नहीं बनती थी | मेरे सास-ससुर स्वभावसे अच्छे हैं; परंतु पता नहीं क्यों छोटी-छोटी बातोंके कारण कुछ मनमुटाव हो जाता था | अतः […]
अनुभूति क्या होती है ? जब कोई साधक साधना पथपर अग्रसर होने लगता है, तो ईश्वर उसे अनुभूति देते हैं और अनुभूतिके सहारे साधक, साधना पथपर और अधिक उत्साहसे आगे बढने लगता है | अनुभूति मन एवं बुद्धिसे परे, हमारी सूक्ष्म ज्ञानेन्द्रियोंके माध्यमसे हमारी जीवात्माको होती है, उसका मन एवं बुद्धिके स्तरपर विश्लेषण करना […]
श्री यशपाल शर्मा की अनुभूति : मैं अनेक वर्षोंसे दिल्ली के माँ झंडेवालीके मंदिरमें नवरात्रिके मध्य सेवा करता हूं; परंतु प्रत्येक नवरात्रि मेरा किसी न किसी व्यवस्थापक या सहयोगी सेवादारसे कोई बातपर वाद-विवाद हो जाता था। इस बार नवरात्रिमें मेरी सेवा आनंदपूर्वक एवं निर्विघ्न हुई और मुझे ऐसा लागत है कि यह तनूजा मांके […]
मेरी पत्नीकी प्रथम भेंट पूज्या तनुजा मांसे हमारे घरपर अक्टूबर २०१२ में हुई थी, जब हमने हमारे घरपर पूज्या मांका सत्संग रखा था । तत्पश्चात् वे कभी-कभी ‘उपासना’के दिल्ली स्थित द्वारका सेवाकेंद्र भी जाती थी; किन्तु वह पूज्या मांद्वारा बताई गई साधनाके स्थानपर अपने मनानुसार ही साधना करती थीं । यहां यह बताना आवश्यक है […]
आज हम एक साधक श्रीमती मीनलकी अनुभूति देखेंगे | मैं प्रत्येक वर्ष समान इस बार भी गर्मीकी छुट्टियोंमें मेरे ससुराल गयी थी | पहले मुझे ससुराल जानेका मन नहीं करता था क्योंकि मेरी सासु मांसे मेरी नहीं बनती थी | मेरे सास-ससुर स्वभावसे अच्छे हैं; परंतु पता नहीं क्यों छोटी-छोटी बातोंके कारण कुछ मनमुटाव […]
पूज्या तनुजा मांसे संपर्क मेरा एक मित्रके माध्यमसे हुआ। वे उनकी ‘फेसबुक’की मित्रसूचीमें थे । उन्होंने मुझे पूज्या तनुजा मांके बारेमें बताया और मुझे उनसे जुडने हेतु कहा । मैंने अगले दिन ‘फेसबुक’में मित्रता हेतु विनती (फ्रेंड रिक्वेस्ट) भेजी और यह गुरुकृपा ही है, पूज्या मांके मित्रसूचीमें सहभागी होनेवालोंकी लम्बी पंक्ति होते हुए भी पूज्या […]
प्रस्तुत है कर्णावती (अहमदाबाद) के साधक श्री ध्रुपद सिंह मनहरकी अनुभूतियां जो मई महीनेमें अपने अग्रज बंधुके साथ गर्मीकी छुट्टियोंमें साधना सीखने एवं सेवा करने हेतु ‘उपासना’ के दिल्ली सेवाकेन्द्रमें पधारे थे | २३ मई २०१३ के दिवस गुरुपूर्णिमा महोत्सव निमित्त अर्पण एवं विज्ञापन एकत्रित करनेकी सेवाके लिए निकलनेसे पूर्व जब सेवाकेन्द्रमें परम पूज्य गुरुदेव […]
अनुभूति क्या होती है ? जब कोई साधक साधना पथपर अग्रसर होने लगता है, तो ईश्वर उसे अनुभूति देते हैं और अनुभूतिके सहारे साधक, साधना पथपर और अधिक उत्साहसे आगे बढने लगता है | अनुभूति मन एवं बुद्धिसे परे, हमारी सूक्ष्म ज्ञानेन्द्रियोंके माध्यमसे ह मारी जीवात्माको होती है, उसका मन एवं बुद्धिके स्तरपर विश्लेषण […]