इस महासंक्रामक महामारीके कारण हुए इस राष्ट्रव्यापी बंदीमें भी लोग अपने जिह्वापर नियन्त्रण नहीं रख पा रहे हैं और बाहरसे तमोगुणी पिज्जा मंगवाकर खा रहे हैं ! प्राप्त समाचार अनुसार देहलीके एक पिज्जाको घर-घर पहुंचानेवाला युवक कोरोना संक्रमित निकला ! अब इसने कितनोंको संक्रमित किया होगा पता नहीं ! कहते हैं एकसडा आम सब अच्छे […]
कोरोना महामारीके कारण लगाये गए इस राष्ट्रव्यापी शासकीय बंदीमें अधिकांश लोग कह रहे हैं कि हम घरमें रहते-रहते बोर हो गए हैं और समझमें नहीं आ रहा है कि हम क्या करें जिससे हमारा समय व्यतीत हो ! वस्तुत: हमारे हिन्दू धर्ममें इतने धर्मग्रन्थ हैं कि कोई मात्र एक बार भी सभीको पढना चाहे तो […]
वर्तमान समयमें एक वैदिक नारी और पुरुषमें जो दिव्य गुण होने चाहिए, उसका अत्यधिक लोप हुआ है ! यह सब धर्माचरण व साधना न करनेके कारण ही हुआ है ! इसलिए उपासनाके गुरुकुलमें इन सबके विषयमें भी विशिष्ट ज्ञान उन्हें …..
सन्त कहते थे कि आनेवाला काल बहुत ही भीषण होगा । लीजिये ऐसा काल आ गया कि आप लोगोंसे मिल-जुल भी नहीं सकते हैं । घरका कोई सदस्य यदि ‘कोरोना’ महामारीसे पीडित हो जाए तो उसे स्पर्श कर सांत्वना भी नहीं दे सकते, उसका सिर अपनी गोदमें रखकर उसे चिकित्सकीय वाहनमें (एम्बुलेंसमें) चिकित्सालयतक ले नहीं […]
उपासनाके गुरुकुलमें सभी विद्यार्थियोंको आयुर्वेदका ज्ञान बाल्यकालसे ही दिया जाएगा । यह विषय भी अनिवार्य विषयोंमें रहेगा, जिसका प्राथमिक स्तरका अध्ययन सभीको करना अनिवार्य होगा । साथ ही जो विद्यार्थी सीखनेको इच्छुक होंगे, उन्हें …..
नगरके प्रत्येक ‘वार्ड’में एक गोशाला आरम्भ करनी चाहिए । यदि किसी व्यक्तिका घर बहुत बडा और रिक्त हो तो उसकी अनुमति लेकर इसे आरम्भ कर सकते हैं या किसी मन्दिरमें या विद्यालय अथवा चिकित्सालयमें …..
प्राप्त समाचारके अनुसार कोरोना महामारीके कारण होनेवाली इस बन्दीके कालमें अनके घरोंमें घरेलु हिंसामें अत्यधिक वृद्धि हुई है ! वसुधैव कुटुम्बकं वाले इस देशमें आज पति-पत्नी और दो बच्चे एक साथ २१ दिवस प्रेमसे नहीं रह सकते …..
साधको, अभी जिसप्रकारका सम्पूर्ण भारतमें कोरोनाके कारण बन्दी चल रही है, यह स्थिति यदि कोरोना विषाणुका प्रकोप न्यून हो जाए या समाप्त हो जाए तो भी ऐसी परिस्थितियां भारत एवं सम्पूर्ण विश्वमें अगले चार वर्षोंतक ……
उपासनाके गुरुकुलमें गोशाला अवश्य होगी । इसलिए हम गुरुकुल आरम्भ करनेसे पूर्व गोशाला आरम्भ कर चुके हैं । इस गुरुकुलके विद्यार्थियोंको बाल्यकालसे गोसेवा सिखाई जाएगी । गोमाता, हमारी संस्कृतिका मुख्य आधार, प्राचीन कालसे …..
दस दिनकी बन्दीमें ही मां यमुना अपनी वास्तविक स्वरुपमें आ गयी ! आशा है इस देशके शासनकर्ता इसे कुछ सीख लेंगे एवं हमारी देवी स्वरूपिणी यमुना मांके इस स्वच्छ स्वरुपको बनाये रखने हेतु योग्य कृत्य करेंगे ! अर्थात बंदी आजके लोगोंको बहुत कुछ सिखा रही है, बंगाल एवं पंजाबमें प्रदुषण घटनेसे हिमालयकी चोटियां २०० किलोमीटर […]