विजेतव्या लंका चरणतरणीयो जलनिधि । विपक्ष: पौलस्त्यो रणभुवि सहायाश्च कपय: ।। तथाप्येको राम:सकलमवधीद्राक्षसकुमं । क्रियासिद्धि: सत्वे भव्ति महतां नोपकरणे ।। अर्थ : प्रभु श्रीरामको रावणको हराने हेतु समुद्रको पार करना पडा । उनके शत्रु रावण शक्तिशाली थे और उनके सैनिक वानर थे अर्थात परिस्थितियां विपरीत थीं तथापि प्रभु श्रीरामने असुरोंका संहार किया । महान व्यक्तिके यश […]
कुछ व्यक्ति, दुर्जनोंका भी प्रेमसे हृदयपरिवर्तन करनेका उपदेश देते फिरते हैं, ऐसे सभी उपदेशक, तालिबानी और ‘इसिस’ क्षेत्रमें जाकर अपने प्रेमका कुछ प्रभाव दिखाएं और उनका मन:परिवर्तन कर सकें तो मैं उनके ‘प्रेम शास्त्र’को मान जाऊं ! उसके लिए अफगानिस्तान या सीरिया जानेकी आवश्यकता नहीं है, हम हिन्दुओंकी अकर्मण्यताके कारण अब कश्मीरमें भी ‘इसिस’ पहुंच […]
लव जिहाद रोकने हेतु एक प्रबोधानात्मक लेख पर एक व्यक्ति ने प्रतिक्रिया दी “आपको हिन्दू धर्म के अलावा और कुछ नहीं दीखता ” मेरा उत्तर सरल है ” क्या करूँ इश्वर ने मेरी संरचना ही ऐसी की है, इसके सिवा मुझे कुछ नहीं सूझता नहीं औ इसे मैं अपना सौभाग्य मानती हूँ । रोबोट को सोचने […]
आनेवाले काल (२०१४-२०१९) में जिस भी राजनैतिक पक्षने हिंदुत्वका साथ नहीं दिया चाहे वह धर्मनिरपेक्ष हों या अपनेको हिंदुत्ववादी होनेका ढोल ही क्यों न पीटते हों (परंतु आंतरिक रूपसे अहिन्दुओंकी तुष्टीकरण करते हों) उनका अस्तित्त्व समाप्त होनेकी ईश्वरीय विधान अनुसार उल्टी गिनती आरंभ हो गयी है ! अतः हिंदुओं अब भी समय है हिंदुत्वका खुलकर […]
राष्ट्र और धर्म एक दूसरे के पूरक हैं। राष्ट्र से धर्म है और धर्म से राष्ट्र है। जहांं धर्मका क्षय होता है वहींं राष्ट्रका विखंडन होता है। जम्बू द्वीपमेंं धर्मके क्षयके साथ साथ जम्बू द्वीप राष्ट्रका विखंडन प्रारम्भ हुआ और केवल आर्यावर्त्त रह गया। आर्यावर्त्तके लोग भी धर्मसे विमुख हुए तो केवल खंडित भारत शेष […]
आजका हिन्दू प्रभु श्रीरामके समान उनेक गुणोंको आत्मसात् करनेका प्रयास तो नहीं करता; किन्तु उनके चित्रको वस्त्र रूपमें पहन कर उनकी विडम्बना अवश्य करता है । देवी-देवता, अवतार, सन्त, गुरु इनके चित्रसे चैतन्ययुक्त स्पन्दन निकलते हैं, इसलिए हम उनके स्वरूपकी पूजा करते हैं; परन्तु धर्मशिक्षणके अभावमें हम उन देवताओंके चित्रके वस्त्र पहनते हैं । वस्त्र […]
1. जयमाल मेडतियाने एक ही झटके में हाथीका सिर काट डाला था । 2. करौलीके जादोन राजा अपने सिंहासन पर बैठते समय अपने दोनोंं हाथ जिन्दा शेरोंंपर रखते थे। 3. जोधपुरके यशवंत सिंहके 12 सालके पुत्र पृथ्वी सिंहने हाथोसे औरंगजेबके भूखे जंगली शेर का जबडा फाड डाला था। 4. राणा सांगाके शरीरपर छोटे-बड़े 80 घाव […]
हिन्दू मुस्लिम एकता असम्भव है क्योंकि मुस्लिम कुरान मत हिन्दूको मित्र रूप में सहन नहीं करता । हिन्दू मुस्लिम एकता का अर्थ हिन्दुओं की गुलामी नहीं होना चाहिए । इस सच्चाईकी उपेक्षा करने से लाभ नहीं ।किसी दिन हिन्दुओंको मुसलमानोंसे लडने हेतु तैयार होना चाहिए । हम भ्रमित न हों और समस्याके हलसे पलायन न […]
स्विट्जरलैंडकी बहुराष्ट्रीय प्रतिष्ठान (कम्पनी) नेस्लेद्वारा उत्पादित मैगीमें परिरक्षक (preservative) के रूपमें सीसा एवं अन्य हानिकारक रासायनिक द्रव्य जैसे ‘मोनोसोडियम ग्लूटामेट’ परोसा जा रहा है, जिसे ‘मसाले’में डाल तो दिया जाता है; किन्तु नामपत्रपर (लेबलपर) इसकी जानकारी नहीं दी जाती है, जो ऐसे सुप्रसिद्ध प्रतिष्ठानोंद्वारा एकप्रकारका ऐसा छल है जो मानवताको भी लज्जित करता है; क्योंकि […]
आप सोचते हैं कि मन्दिरोंमें किया हुआ दान, पैसा / सोना,..इत्यादि हिन्दू धर्मके उत्थानके लिए उपयोगमें आ रहा है और आपको पुण्य मिल रहा है तो आप निश्चित ही बडे भोले हैं । कर्नाटक ‘सरकार’के मन्दिर एवं पर्यटन विभाग (राजस्व) द्वारा प्राप्त जानकारीके अनुसार १९९७ से २००२ तक पांच वर्षोंमें कर्नाटककी कांग्रेस सरकारको राज्यमें स्थित […]