प्रखर हिन्दू समाचार

सऊदी अरबने एक दिनमें ८१ को दे दी मृत्युदण्ड, ‘ISIS’ और ‘अलकायदा’से जुडे आतङ्की भी सम्मिलित, कई दुष्कर्मियोंको भी दिया मृत्युदण्ड


१२ मार्च, २०२२ कट्टरपन्थी वैश्विक ‘इस्लामिक’ आतङ्की संगठन ‘आईएसआईएस’ और ‘अलकायदा’के लिए कार्य करनेके साथ-साथ हत्या एवं बलात्कार समेत कई अन्य घटनोंमें दोषी रहे ८१ आतङ्कियोंको सऊदी अरबके शासनने            शनिवारको (१२ मार्च २०२२ को) मृत्युदण्ड दिया । जिन लोगोंको मृत्युदण्ड मिला है उनमेंसे अधिकतर दोषी यमनके नागरिक थे । प्रतिवेदनके […]

आगे पढें

योगी शासनके पुनः निर्वाचनपर सक्रिय हुई उत्तर प्रदेश ‘पुलिस’, २५००० के ‘इनामी’ डकैत मोनूका ‘एनकाउंटर’, चोरीकी ‘बाइक’ व ‘पिस्टल’ राजसात


१२ मार्च, २०२२        सत्तामें ‘वापसी’ करते ही अपने वचनके अनुसार, उत्तर प्रदेशके योगी शासनने विधान-व्यवस्थाको लेकर किसी प्रकारकी ढिलाई नहीं बरतनेका सङ्केत दे दिया है । प्रदेशमें योगी आदित्यानाथकी दूसरी बार विजयके साथ ही ‘पुलिस’ ‘ऐक्शन मोड’में दिखने लगी है । लखनऊ ‘पुलिस’ने शुक्रवारको (११ मार्च २०२२ को) मुठभेडमें २५ सहस्रके ‘इनामी […]

आगे पढें

उत्तराखंडमें ‘भाजपा’ शासन क्रियान्वित करेगी समान नागरिक विधान, सत्तामें आते ही विधान बनानेका दिया था आश्वासन


११ मार्च, २०२२           उत्तराखंडकी सत्तामें पुनः लौटकर ‘भाजपा’ने नवीन इतिहास रचा है । मुख्यमन्त्री पुष्कर सिंह धामीने राज्यमें समान नागरिक विधान क्रियान्वित करनेको लेकर ‘भाजपा’की प्रतिबद्धता दोहराई है । विधानसभा चुनावोंके मध्य ‘भाजपा’ने सत्तामें लौटनेपर इसे क्रियान्वित करनेका वचन दिया था ।          उन्होंने कहा कि सत्तामें […]

आगे पढें

झांसी रेलयान स्थानकका नाम वीरांगना लक्ष्मीबाई करनेके विरुद्ध याचिकाको न्यायालयने किया निरस्त


७ मार्च, २०२२         इलाहाबाद उच्च न्यायालयने उत्तर प्रदेशके योगी आदित्यनाथ शासनके एक निर्णयकी पुष्टि करते हुए याचिका करनेवालोंको तगडा झटका दिया है । वास्तवमें उत्तर प्रदेश शासनके झांसी रेलयान स्थानकका नाम परिवर्तित करनेके निर्णयके विरुद्ध प्रविष्ट याचिकापर इलाहाबाद उच्च न्यायालयने कहा कि रानी लक्ष्मीबाईने ‘अंग्रेजों’के विरुद्ध संग्राममें बलिदान दिया था; इसलिए […]

आगे पढें

संस्कृत भाषाको प्रोत्साहन देनेके लिए और उसका प्रचार करनेके लिए पग उठाना आवश्यक ! – ‘भाजपा’ शासित हिमाचल प्रदेशके मुख्यमन्त्री जयराम ठाकुर


२ मार्च, २०२२       संस्कृत यह प्राचीन भाषा और विश्वकी प्रमुख भाषाओंमेंसे एक है । भारतद्वारा विश्वको दी यह सबसे बडी देन है । संस्कृत भाषा यह साहित्यका महासागर है । देवभाषा संस्कृत यह वेद, शास्त्र, काव्य और अनेक ज्ञानरूपी मोतियोंका स्रोत है । संस्कृत भाषाको प्रोत्साहन देनेके लिए और उसका प्रचार करनेके […]

आगे पढें

हिन्दू राष्ट्रका संविधान बनाएंगे ! – सन्त समाज


१६ फरवरी, २०२२         प्रयागराज उत्तर प्रदेशमें आयोजित हुए सन्त सम्मेलनमें हिन्दू राष्ट्रका संविधान बनानेका निर्णय लिया गया है । इसका ‘हिन्दू राष्ट्र संविधान’ नामकरण किया जाएगा । यह संविधान आगामी माघ मेलेमें सन्त एवं भाविकोंके समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा । अखिल भारतीय विद्वत् परिषदके महासचिव डॉ. कामेश्वर उपाध्यायको संविधानकी निर्मितिका संयोजक […]

आगे पढें

आयुर्वेद उपचार पद्धतिको अफ्रीकी देशोंमें ले जाएंगे – केन्याके पूर्व प्रधानमन्त्री रैला ओडिंगा


१४ फरवरी, २०२२       भारतकी भूमिपर पाए जानेवाली जडी-बूटियों और औषधीय पेड-पौधोंका विश्व प्रशंसक बन रहा है । आयुर्वेदिक और प्राकृतिक पद्धतियोंसे देशमें हो रहे उपचारको अफ्रीकी देश भी अपनाना चाहते हैं । अफ्रीकी निर्धन देश आयुर्वेदको उपचार पद्धतिके रूपमें अपने देशमें प्रसार करना चाहते हैं । केन्याके पूर्व प्रधानमन्त्री रैला ओडिंगाने आयुर्वेदको […]

आगे पढें

बुराहनपुरका नाम परिवर्तित कर ब्रह्मपुर करनेके प्रयासमें ‘भाजपा’


१३ फरवरी, २०२२        ‘भाजपा’ प्रदेश महामन्त्री भगवानदास सबनानीको ‘भाजपा’ जनपद अध्यक्ष मनोज लघवेने एक पत्र दिया, जिसमें अवगत कराया कि बुराहनपुरका वास्तविक नाम ब्रह्मपुर रहा है । देशके अनेक नगरोंके नाम मुगल कालमें परिवर्तित कर दिए गए । बुराहनपुरभी उनमेंसे एक है ।       पिछले शासनकर्ताओं इसपर ध्यान न देकर […]

आगे पढें

झारखंडमें ईसाइयोंके ‘चंगुल’से मुक्त हो रहे हैं आदिवासी, ३ परिवारके ९ सदस्योंनेकी घर’वापसी’, ३ वर्ष पूर्व किया था धर्मान्तरण


६ फरवरी, २०२२       झारखंड जैसे आदिवासी बहुलवाले राज्योंमें धर्मान्तरणका खेल अत्यधिक गम्भीरताके साथ खेला जा रहा है । धर्मान्तरण करानेवाले इन ‘गिरोह’के ‘चक्कर’में ‘भोले-भाले’ आदिवासी फंस जाते हैं । राज्यके मझगांवमें भी तीन वर्ष पूर्व कुछ परिवारने ईसाई पन्थ अपना लिया था । अब ये परिवार पूर्ण ‘रीति-रिवाज’के साथ अपने धर्ममें लौटकर […]

आगे पढें

‘कर्नाटकके प्रत्येक ग्राममें ‘गोशाला’ प्रारम्भ करें’, कर्नाटक उच्च न्यायालयकी राज्य शासनको सूचना


१ फरवरी, २०२२ राज्यके प्रत्येक ग्राममें ‘गोशाला’ प्रारम्भ करें । प्रत्येक जनपदमें गोशाला बनाएंगे, तो भी पूर्णता नहीं होगी । जनपद और ‘तहसील’ स्तरपर ही नहीं; अपितु ग्राम स्तरपर भी गोशालाएं निर्मित करनी चाहिए, ऐसी सूचना कर्नाटक उच्च न्यायालयने राज्य शासनको दी है । आगामी सुनवाईके समय राज्यमें गोशाला बनानेके लिए और उसे चलानेके लिए कौनसी […]

आगे पढें

© 2021. Vedic Upasna. All rights reserved. Origin IT Solution