साधको, इस गुरुपूर्णिमासे अर्थात शीघ्र ही प्राकृतिक आपदाओंका प्रकोप आरम्भ होनेवाला है; अपनी व्यष्टि व समष्टि साधनाके साथ ही अपने वास्तुको सात्त्विक रखनेका प्रयास करें ! इससे आपके घरपर कवच रहेगा एवं आपातकालमें भी रक्षण होगा । हमने आपको समय-समयपर वास्तुपर कवच निर्माण करने हेतु बताया ही है, उसका अच्छेसे पालन करें एवं अपने परिजन […]
अध्यात्म त्यागका शास्त्र है जो त्याग नहीं कर सकता है, वह अध्यात्मके पथपर अगले अगले चरणोंको कभी भी साध्य नहीं कर सकता है । तन, मन, धन, प्राण, बुद्धि एवं अहं, सब कुछ ईश्वर चरणोंमें अर्पण करनेसे ही हमें ईश्वरकी प्राप्ति होती है । यद्यपि गुरुने यह किया होता है; इसलिए वे हमें इसे सहज […]
मायाकी जिस वस्तुसे सुख मिलता है, वही दुःखका कारण बनती है । मायाकी जिस वस्तुसे हमें सुख मिलता है, वही हमारे दुःखका कारण बनती है, ऐसा शास्त्र है । जैसे पुत्रका जन्म हो तो सुख मिलता है; किन्तु वह अस्वस्थ हो जाए तो दुःख मिलता है, वह बडा अधिकारी बन जाए तो सुख मिलता है; […]
आश्रम निर्माणके समय कुछ महत्त्वपूर्ण घटक ध्यानमें रखकर इसे बनानेका प्रयास रहा है । इसमें सबसे महत्त्वपूर्ण घटक है सात्त्विकता । जिन वस्तुओंका चयन अभी उपलब्ध सीमित धनसे किया जा रहा है, उसमें भी यह ध्यानमें रखा जा रहा है कि वह सात्त्विक हो । जैसे अभी हमें कुछ सनमाईकावाली कपाटिका (अलमारी) बनवाई तो यह […]
मानपुरके आश्रममें तीन स्थानीय श्रमिक स्त्रियां अन्नपूर्णा कक्षमें सेवाएं देती हैं । इसमें रेखा सिंगारेकी वृत्ति इतनी सन्तोषी है कि ऐसा मैंने अनेक साधकोंमें भी नहीं पाया है । वह अन्नपूर्णा कक्षके सब उत्तरदायित्वोंको धीरे-धीरे सीख रही है । यद्यपि वह अल्पशिक्षित है और उसके पास अन्नपूर्णा कक्षमें उपयोग हेतु आधुनिक यन्त्र नहीं हैं; तथापि […]
कुछ दिवस पूर्व एक पुरोहित, हमारे एक साधक पुरोहितके साथ आश्रममें आए थे । वे दोनों घनिष्ठ मित्र हैं । मैंने हमारे साधक-पुरोहितसे कहा कि उनमें बहुत अधिक अहं है । मेरा कहनेका अर्थ था कि वे उन्हें पुरोहितके रूपमें आश्रममें न लाएं; किन्तु उन्हें यह बात समझमें नहीं आई और वे उन्हें शिवरात्रिपर लघुरुद्रके […]
साधककी भविष्यवाणी कोई नहीं कर सकता है; क्योंकि वह अपने क्रियमाण कर्मसे साधनाकर अपने प्रारब्धकी तीव्रताको न्यूनकर अपने संचितको भस्मकर एक इतिहास रच सकता है । वहीं अहं व दोषके कारण उससे होनेवाली चूकोंसे वह अध्यात्मके ९०% स्तरपर पहुंचकर भी गिर सकता है; अतः कुछ बुद्धिमान ज्योतिषी साधकोंकी भविष्यवाणी करनेसे बचते हैं । यह है […]
पिछले पांच माहसे हमने आश्रममें पूर्णिमाके दिवस सत्यनारायण पूजा, हवन, कन्यापूजन एवं भण्डारेका आयोजन आरम्भ किया है । साथ ही मासिक चतुर्दशी अर्थात मासिक शिवरात्रिके दिवस परशुराम जन्मस्थलीमें जनकेश्वर शिवलिंगपर अष्टाध्यायीद्वारा रुद्राभिषेक भी करना आरम्भ किया है एवं अमावस्याको, आनेवाले आपातकालमें साधकोंके ऊपर महालक्ष्मीकी कृपा रहे; इसलिए श्रीसूक्तके २५६ पाठ एवं उसके दशांशका तर्पण, मार्जन […]
कुछ दिवस पूर्व मैं आश्रमके निर्माण कार्यसे सम्बन्धित कुछ वस्तु क्रय करने इंदौर गई थी । हमें एक ऐसे स्थानपर जाना था जहां मैं चार-पांच बार पहले भी जा चुकी थी । हमने एक कार्यकर्तासे पूछा कि हम अमुक-अमुक स्थानपर इंदौरमें हैं तो क्या बताएंगे कि हम वहां किस मार्गसे जाएं ? तो वे प्रतिक्रिया […]
कल दिनांक ११ मार्चको शिवरात्रिके शुभ अवसरपर इंदौर स्थित मानपुर आश्रममें पार्थिव शिवलिंग बनाकर लघुरुद्र पूजा, अभिषेक एवं हवन सम्पन्न हुआ । यह कार्यक्रम स्थानीय पुरोहित श्री ॐ प्रकाश व्यासके पौरोहित्यमें हुआ । नूतन बने यज्ञ मण्डपमें यह अनुष्ठान सम्पन्न हुआ । यह अनुष्ठान रात्रि आठ बजे आरम्भ हुआ एवं रात्रिके ढाई बजे समाप्त हुआ […]