विद्या अति सुखमें प्राप्त नहीं की जा सकती है, आजकल माता-पिता अपने बच्चोंको वातानुकूलित विद्यालयोंमें भेजते हैं; क्योंकि उन्हें ही यह तथ्य ज्ञात नहीं होता ।
जैसा कि आपको बताया कि प्रतिदिन भोजन बनानेकी अपेक्षा महाप्रसाद बनानेका प्रयास करें, इससे इसे ग्रहण करनेवालेका मन परिष्कृत होगा या विवेक (सात्त्विक बुद्धि) भी जागृत होगा, घरमें रोग-शोक सब न्यून होंगे । पाक कलामें मात्र भोजन बनानेकी पद्धतिका महत्त्व नहीं….
आजकल अधिकांश घरोंमें प्याज और लहसुनका उपयोग होता है | विशेषकर तरकारी और दाल बनानेमें इसका उपयोग किया जाता है | मैंने अनेक गृहिणियोंको प्याजको हल्कासा तेलमें पकाकर, उसमें तुरंत मसाला …..
आजकल प्रशीतक (फ्रिज) सभीके घरोंमें उपयोगमें लाए जाते हैं | मैंने देखा है कि अनेक लोग प्रशीतकमें रखे हुए भोजनको निकालकर उसे त्वरित गर्म करने हेतु चूल्हेपर रख देते हैं | ऐसे करनेसे खाद्य पदार्थोंमें जो अकस्मात तापमानका बहुत अधिक…..
उत्तर भारतमें पराठेका प्रचलन बहुत अधिक है, यहां अनेक प्रकारके भरवा पराठेके साथ ही सादे पराठे भी बनाए जाते हैं । मैंने देखा है अनेक स्त्रियां त्रिकोण या चौकोर पराठे बनाती हैं, ऐसे आकारके पराठे तामसिक होते हैं; अतः पराठे सदैव गोल ही बनाने चाहिए….
गेहूंके आटेका सेवन करते समय उसमें रागी (मडुआ), जौ, बाजरा, ज्वार या मक्केके आटेको मिलाना चाहिए, इससे रोटीमें स्वास्थ्यवर्धक गुणोंमें वृद्धि होती है | गेहूंको मोटे अनाजमें नहीं गिना जाता है……
आपको पिछले लेखमें बताया था कि रोटीको मुलायम बनाने हेतु आटेको गूंदकर उसे ढककर दससे बीस मिनिट तक रखें इसके पश्चात ही रोटी बनाएं; किन्तु इसी आटेको अधिक देरतक न रखें | कई घरोंमें……
शिवत्वहीन आधुनिक विज्ञान प्रतिदिन एक नूतन अविष्कार कर रहा है और आजके विज्ञाननिष्ठ लोग उसे बिना सोचे समझे तुरंत आचरणमें लाते हैं | कुछ कालके उपरान्त आधुनिक विज्ञान अपने…..
कुछ लोग रोटी बनाते समय उसमें नमक डालते हैं और उसी रोटीको दूधमें डालकर या उसमें भिगोकर खाते हैं ! आयुर्वेदके अनुसार, नमक और दूध विरुद्ध आहार है, इससे मण्डल कुष्ठ (दाद) एवं श्वेत कुष्ठ (सफेद दाग) जैसे …..